Friday, January 4, 2013

पुरुष तुम .....



तुम  मुझपे लिख लो ,
मुझे सोच लो ,
हित साध लो 
दिन के चाहे रात के 
पर मेरे हालत सुधारने  की कोशिश 
मत करना 
यहीं से तुम्हारी 
दिक्कतें 
बढ़ जायेंगी .............

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