औरत तुम एक टूल नहीं हो
यकीन मानो मेरा
जो तुम भुलावे में हो
या बहकावे में हो
तो तुम जान लो तुम टूल नहीं हो
चाहे तुम माँ हो
चाहे बहन हो
चाहे पत्नी हो
या फिर
वो भोथरे शब्द
जो की समाज की जरुरत के हिसाब से बने है
चाहे तुम वो ही क्यों न हो
फिर भी तुम टूल नहीं हो
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