मैं उसे नहीं जानता ,
नहीं ...... कतई नहीं ,
उसकी बहकी बातों .... चाँद को छूने को .
मेरा कोई सरोकार नही .
भला ऐसा भी कही होता है
कही ऐसे भी किसी के पहचान होते है .
ख्वाब देखने वालों के साथ उठता बैठता कौन है ???
नहीं ...... कतई नहीं ,
उसकी बहकी बातों .... चाँद को छूने को .
मेरा कोई सरोकार नही .
भला ऐसा भी कही होता है
कही ऐसे भी किसी के पहचान होते है .
ख्वाब देखने वालों के साथ उठता बैठता कौन है ???
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