मैं डर जाता हूँ
एक बूढी औरत से
वह इतनी भी बूढी नहीं है
फिर भी डर जाता हूँ
उसके यक्क्ष प्रश्नों से
उसके यक्क्ष प्रश्न जो उसके " बुढाने " के साथ जवान हो रहे है
मेरी तरह ,
जिसने एक शिकन भी ना पड़ने दी
कभी मेरी कमीज पर
और देखो मुझे
मैं कवी बन गया ...!!!
कवी , नही कवि !
ReplyDeleteacha baba कवि ! कवि ! कवि !
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